जिसके पास प्रेम है उसके पास सबकुछ है पर सावधान रहना। बहुत सावधानी का विषय है क्योंकि पूरी दुनिया विरोध में खड़ी हो सकती है। दिया जाएगा मीरा को जहर का प्याला, पड़ेंगी तुलसी को गाली, सूर बहुत सुनेगा। इसलिए वृन्दावन वाले कहते हैं प्रेम तो कोई दिलेर आदमी ही कर सकता है।
ये बहुत गहरी नदी है यहाँ बहुत सारे लोग कूदेंगे तुम्हें डूबता देखकर। कोई प्रेम नदी में डूब रहा हो तो बहुत सारे लोग कूदेंगे बस फरक इतना होगा तुम्हें निकालने के लिए नहीं तुम्हें डुबाने के लिए।
प्रेम नगर की गहरी हैं नदियाँ लाखों लोग डुबाए
मुसाफिर प्रेम नगर मत जा….
।।परमाराध्य पूज्य श्रीसद्गुरु भगवान जु।।
यस्य प्रेम अस्ति तस्य सर्वं अस्ति किन्तु सावधानः भवतु। अतीव सावधानतायाः विषयः यतः समग्रं जगत् विरोधे स्थातुं शक्नोति। मीरा विषयुक्तं चषकं दीयते, तुलसी दुरुपयोगं भविष्यति, सुर बहु श्रोष्यति। अत एव वृन्दावनजनाः वदन्ति यत् साहसी पुरुषः एव प्रेम कर्तुं शक्नोति।
इयं अतीव गभीरा नदी अस्ति, भवतः मग्नतां दृष्ट्वा बहवः जनाः अत्र कूर्दिष्यन्ति। यदि कश्चित् प्रेमनद्याः मज्जति तर्हि बहवः जनाः कूर्दन्ति, केवलं भवतः त्राणाय एव भेदः भविष्यति, न तु भवतः मज्जनार्थम्।
प्रेमनगरस्य नद्यः गभीराः सन्ति, लक्षशः जनाः मग्नाः सन्ति ।
यात्री, प्रेमनगर न गच्छे:…
परमाराध्या: पूज्य गुरुदेव श्रीमन्ता: माध्व गौडेश्वर वैष्णवाचार्या: श्री पुण्डरीक गोस्वामी जी महाराजा:।