श्री राधारमणो विजयते
जैसे खीर बने तो कोई कहे की खीर बन रही है तो हम उसमें थोड़ा सा दूध डाल देते हैं, कोई बात नहीं डाल दो। कोई आया काजू डाल दे? कोई बात नहीं डाल दो। कोई आया बादाम डाल दे? कोई बात नहीं डाल दो। कोई आया कुछ नहीं मिला था केसर मिला था कहो तो डाल दें? डाल दो। कोई आया कुछ भी नहीं है पास में थोड़ा पानी है डाल दूँ? तो डाल दे। उसकी भी जरूरत पड़ेगी। फिर एक माताजी आई कुछ भी नहीं मिला बाजार में चार नींबू मिला, कहो तो डाल दूँ?
ये क्या कर रहे हैं? अगर एक बूंद भी नींबू की पड़ गई तो मुसीबत आ जाएगी, बर्बादी हो जाएगी। इसी प्रकार
तुम भी भजन की सुंदर सी खीर बनाओ, उसमें हरिनाम का दूध डालो, डल जाएगा। उसमें विविध विविध वाद्यों के मेवा डालो, कोई बात नहीं डल जाएगा, उसमें जप की केसर डालो, कोई बात नहीं चल जाएगा। उसमें भावना में आंखों के पानी का जल डालो, कोई बात नहीं चल जाएगा। वह भी जरूरी चीज है। नहीं तो दूध भी जल सकता है। पर अपनी भजन के खीर में कामनाओं के नींबू को मत निचोड़ो।
अगर तुमने एक भी कामनाओं की नींबू को निचोड़ दिया तो भजन की सारी खीर बर्बाद हो जाएगी।
जिंदगी का कौन सा किया हुआ अपराध जो उस समय तुम्हारे सामने आकर खड़ा हो गया जिसने बहती हुई भजन की धारा को अवरुद्ध कर दिया, जिस समय भजन की सबसे ज्यादा आवश्यकता थी। इस बात का चिंतन करिए।
।।परमाराध्य पूज्य श्रीमन् माध्व गौडेश्वर वैष्णवाचार्य श्री पुंडरीक गोस्वामी जी महाराज ।।
||Shree Radharamanno Vijayatey||
Say, Kheer is being prepared and someone says that let me add some milk into it, no problems, please go ahead. Another person comes and says that can I put some Cashews? Ok, please add some. Some other person comes and wants to add some almonds. Please go ahead! One person came and couldn’t find anything more but found some Saffron, can I put it? Sure,put it. Another person came and couldn’t find anything but got some water, he asked if he could add some? Yes,you can. It is also an important ingredient. One Matajii had gone to the market and got a few lemons, can I add some lime juice?
What are you doing? Even if one drop falls into it accidentally, the whole thing will get spoiled. In the same way;
You too prepare a wonderful Kheer of your Bhajan and add the milk of Hari Naam into it. Add the dry fruits of different arts, knowledge, etc, you can add all these. Add the Saffron of your Japa. Pour your tears of divine emotions into it, it will be a very welcome addition. It is a very important ingredient. Without it, the milk might get burnt. Please be careful not to add the lime juice of your desires into it!
Even if a drop of your desires falls into the Kheer of your Bhajan, it will spoil everything!
What mistake or crime committed by you God knows when will come and block the flow of your Bhajan when Bhajan is most needed in life. Please ponder this very carefully!
||Param Aaradhya Poojya Shreemann Madhv Gaudeshwara Vaishnavacharya Shree Pundrik Goswamiji Maharaj||
यथा – खीरं क्रियमाणे सति यदि कश्चित् खीरं क्रियते इति वदति तर्हि तस्मिन् किञ्चित् क्षीरं योजयामः, कोऽपि समस्या नास्ति। कश्चित् आगत्य काजू-अण्डानि योजयितुं शक्नोति वा ? मा मनसि स्थापयतु। कश्चित् आगत्य बादामान् योजयितुं शक्नोति वा ? मा मनसि स्थापयतु। न कश्चित् आगतः, न किमपि लब्धः, केसरः लब्धः, कृपया योजयतु? स्थापयतु । न कश्चित् आगतः, किमपि नास्ति, मम समीपे किञ्चित् जलं अस्ति वा? अतः स्थापयतु। तस्य अपि आवश्यकता भविष्यति। तदा एकः माता आगता, किमपि न प्राप्नोत्, विपणौ चत्वारि निम्बूकानि प्राप्नोत्, तानि मया योजयितव्यानि वा?
ते किं कुर्वन्ति ? यदि निम्बबिन्दुः अपि तस्मिन् पतति तर्हि तत् क्लेशं विनाशं च जनयिष्यति । तथा
भजनस्य च सुन्दरं खीरं करोषि, तस्मिन् हरिनामस्य दुग्धं योजयतु, तत् द्रवति। नानावाद्यानां फलं तस्मिन् स्थापयतु, किमपि कार्यं न करिष्यति, तस्मिन् जपस्य केसरं स्थापयतु, किमपि कार्यं न करिष्यति। अश्रु अश्रुपातं भावेषु पातयतु, किमपि कार्यं न करिष्यति। तदपि महत्त्वपूर्णं वस्तु अस्ति। अन्यथा क्षीरमपि दग्धं भवेत् । परन्तु भवतः भजनस्य पुडिंगे इच्छानिम्बूं मा निपीडयतु।
एकस्य अपि इच्छायाः निम्बं निपीडयसि चेत् भजनस्य सम्पूर्णं पुडिंगं नष्टं भविष्यति।
तस्मिन् समये भवतः पुरतः स्थितः यः भजनस्य प्रवाहितधाराम् अवरुद्धवान्, यस्मिन् काले भजनस्य सर्वाधिकं आवश्यकता आसीत्, तस्मिन् काले भवता जीवने कोऽपि अपराधः कृतः? एतत् चिन्तयतु।
॥परमराध्य: पूज्य: श्रीमन् माध्व गौडेश्वर वैष्णवाचार्य: श्री पुण्डरीक गोस्वामी जी महाराज ॥